Share Market Kya Hai : जानें शेयर मार्केट क्या है और कैसे चलता है?

शेयर मार्केट क्या है। शेयर क्या है । शेयर कैसे खरीदें । शेयर मार्केट की अवश्यकता क्यों हैं | Demat Account kya hai | शेयर कहाँ से खरीदे-बेचे | शेयर मार्केट क्रैश क्या होता है | महत्वपूर्ण टर्मिनोलॉजी | विश्व के प्रमुख शेयर बाज़ार | Best Stock Market Books in Hindi

Share marcket kya hai

नमस्कार दोस्तों wealthgif.com पर आपका स्वागत है. आज के लेख Share market kya hai में हम आपको शेयर मार्केट से जुड़ी तमाम तरह की जानकारी देने वाले हैं. तो आइए जानते हैं इसके बारे में.

Share market kya hai in Hindi:

शेयर मार्केट या स्टॉक मार्केट एक ऐसा प्लेटफार्म होता है जहां पर अलग-अलग कंपनियों के शेयर्स खरीदे और बेचे जाते हैं। शेयर मार्केट की स्थापना वर्ष 1875 में की गई थी।

जब किसी कंपनी को अपने व्यापार को बढ़ाने के लिए पैसे की आवश्यकता होती है. तो कंपनियां अपने जरूरत को पूरा करने के लिए बैंक से लोन लेने के बजाय शेयर मार्केट में आकर कंपनी में हिस्सेदारी देकर लोगों से पैसे उठाती है।

किसी कंपनी के शेयर खरीदना मतलब उस कंपनी में पार्टनरशिप/ओनरशिप खरीदना होता है। जिसके कारण उस कंपनी की ग्रोथ और उसका मुनाफा आपका मुनाफा होता है। कंपनी के ग्रोथ पर हर सेकंड नज़र रखी जाती है जिससे की ज़्यादा से ज़्यादा पैसा कमाया जा सकें।

demand and supply के बारे में तो जानते ही होंगे आप, जब किसी वस्तु की मांग बढ़ जाती है तो उसका मूल्य भी बढ़ जाता है, और जब किसी वस्तु की Demand कम हो तो उसका मूल्य घट जाता है। ठीक इसी से प्रकार शेयर बाजार में भी कम्पनियों के शेयर्स में इस तरह के उतार-चढ़ाव देखने को मिलता है।

मार्केट के अनुसार कई चीज़ों में फेर बदल और उतार चढ़ाव के चलते शेयर्स के प्राइज़ भी घटते और बढ़ते हैं जिसके चलते शेयर मार्केट में कुछ लोग या तो बहुत पैसा कमा लेते हैं या अपना सारा पैसा गवा देते हैं।

अब हम थोड़ा यह जान लेते हैं की शेयर क्या होता है. इससे आपको शेयर मार्केट को समझने में आसानी होगी.

शेयर क्या है?

शेयर का अर्थ होता है हिस्सा या एक छोटा पार्ट. शेयर मार्केट के पॉइंट ऑफ व्यू से बात करें तो. शेयर मार्केट में शेयर का मतलब होता है किसी कंपनी में हिस्सेदारी या ओनरशिप. शेयर को इक्विटी के नाम से भी जाना जाता है.

चलिए इसे एक उदाहरण से समझते हैं. मान लीजिए मिस्टर एलन मस्क ने एक कंपनी स्टार्ट किया और उसे बढ़ी मेहनत से आगे बढ़ाया. कुछ सालों के बाद मिस्टर मस्क की कंपनी प्रॉफिटेबल हो गया. अब मिस्टर मास्क अपने बिजनेस को दूसरे राज्यों में भी एक्सपेंड करना चाहते हैं।

मिस्टर मस्क ने यह कैलकुलेट किया कि बिजनेस को बढ़ाने के लिए उन्हें लगभग एक करोड रुपए की जरूरत पड़ेगी. अब मिस्टर मस्क के पास दो रास्ते हैं- पहला या तो वह किसी बैंक से 1 करोड़ रुपए का लोन ले सकते हैं या दूसरा शेयर मार्केट में अपनी कंपनी का थोड़ा सा हिस्सेदारी/ओनरशिप बेचकर पैसा इकट्ठा कर सकते हैं।

मिस्टर मस्क ने फैसला किया कि वो शेयर बाजार में अपनी कंपनी का कुछ हिस्सेदारी बेचकर पैसे लाएंगे. मिस्टर मस्क ने अपनी कम्पनी के ओनरशिप को 10 करोड़ बराबर हिस्सों में बांटा और हर का हिस्से का दाम 1 रुपए रखा।

अब टोटल 10 करोड़ हिस्सों में से मिस्टर मस्क ने 1 करोड़ हिस्सा को शेयर बाजार में 1 रुपए प्रति हिस्सा के भाव से बेच दिया।

दोस्तों इन्हीं छोटे-छोटे हिस्सों को हम शेयर या इक्विटी कहते हैं. और शेयर मार्केट में लोग इन्हीं छोटे-छोटे हिस्सों को खरीदने और बेचने का काम करते हैं. किसी भी कंपनी का शेयर उस कंपनी में छोटे से हिस्सेदारी को बताता है अगर आप किसी कंपनी का शेयर खरीदते हैं तो आप उस कंपनी के छोटे से हिस्से का मालिक बन जाते हैं.

और कंपनी का आप जितना ज्यादा शेयर खरीदेंगे उतना अधिक आप उस कंपनी का मालिक बनते जाएंगे.

तो अब आप जान चुके हैं कि शेयर और कुछ नहीं बस एक कंपनी में एक छोटा सा हिस्सेदारी है और शेयर खरीदने का मतलब होता है किसी कंपनी के छोटे से हिस्से का मालिक बन जाना।

शेयर मार्केट की अवश्यकता क्यों है?

• जब कोई कंपनी अपने व्यापार को बढ़ाने के लिए इन्वेस्टर्स के पास से पैसे ले सकता है, बैंक से लोन ले सकता है तो फिर शेयर बाजार की अवश्यकता क्यों पड़ी !! आपको इस बारे में कोई आइडिया नही है तो कोई दिक्कत नहीं। शेयर मार्केट के महत्व नीचे दिए गए हैं जिन्हें पढ़कर आप समझ जाओगे की शेयर बाजार की अवश्यकता क्यों हैं –

• जब कारोबार के विस्‍तार के लिए कंपनी को पैसे की जरूरत होती है तो इस पैसे को पब्लिक से जुटाने के लिए कंपनी IPO (Initial Public Offering) लेकर आती है. जो लोग कंपनी के आईपीओ में पैसा इन्वेस्ट करते हैं, उन्‍हें कंपनी की कुछ प्रतिशत हिस्‍सेदारी मिल जाती है.

कंपनी चाहे तो कारोबार को बढ़ाने के लिए बैंक से भी लोन ले सकती है, लेकिन बैंक से लोन लेने पर उसे ब्‍याज चुकाना पड़ता है. वहीं IPO के जरिए पैसा इकट्ठा करने पर उसे किसी को ये पैसा लौटाने की जरूरत नहीं होती.

इस तरह से शेयर मार्केट कंपनी के लिए बिना कर्ज और बिना जोखिम के पैसे जुटाने का जरिया है।

• कई बार कंपनी पर कर्ज ज्‍यादा हो जाता है, तो कंपनी IPO लेकर आती है. ताकि कुछ शेयर बेचकर पब्लिक से फंड इकट्ठा किया जा सके. इससे कर्ज का भुगतान भी हो जाता है और कंपनी का फाइनेंशियल स्टेटस अच्छा हो जाता है।

• IPO के के जरिए शेयर लॉट में ऑफर किए जाते हैं. कंपनी की तरफ से ऑफर किए गए लॉट में 1 से लेकर कितने भी शेयर हो सकते हैं. ऐसे में जो भी इनवेस्टर IPO में इन्‍वेस्ट करते हैं उन्हें कम कीमत में कंपनी में कुछ प्रतिशत की हिस्सेदारी मिल जाती है. अतः यदि कंपनी को फायदा होता है तो शेयरहोल्डर्स के फायदे में भी इजाफा होगा. लेकिन कंपनी के घाटे में जाने पर शेयरहोल्डर्स को नुकसान भी उठाना पड़ सकता है.

शेयर बाजार से शेयर कब खरीदें?

विश्व के सबसे सफल निवेशक वारेन बफेट कहते हैं की आपको शेयर उस समय खरीदना चाहिए जब पूरा स्टॉक मार्केट डरा हुआ हो और शेयर उस समय बेचना चाहिए जब पूरा बाजार लालच से भरा हो।

लेकिन ध्यान रखने योग्य बात यह है की, शेयर बाजार में पैसे इन्वेस्ट करने के लिए शेयर बाजार की पूरी जानकारी के साथ साथ तजुर्बा भी होना आवश्यक है।

शेयर बाजार में पैसे invest करना और शेयर्स खरीदना एक जोखिम भरा काम है, इसलिए शेयर बाजार में पैसे invest करने से पहले यह जरूरी है कि शेयर मार्केट के बारे में अच्छे से जानकारी इकट्ठी कर लें, इसके बारे में रिसर्च करें। आप जिस भी कम्पनी में पैसा लगाना चाहते हैं उस कंपनी के बारे में भी जानकारी एकत्रित करें और रिसर्च करें।

इसके लिए आप Business या Share Market से संबंधित अखबार पढ़िए, इससे सम्बंधित समाचार देखिए।

हो सके तो शेयर बाजार के बारे में जानकारी अच्छे व Genuine Source से ही लीजिए ।

शेयर मार्केट एक रिस्क से भरी हुई मार्केट है, इसलिए यह जरूरी है कि इसमें आप अपने अतिरिक्त पैसे ही इन्वेस्ट कीजिए। इसके लिए आप की आर्थिक स्थिति अच्छी होनी चाहिए, ताकि अगर शेयर मार्केट से हानि भी हो तो आपको उस हानि से ज्यादा फर्क ना पड़े।

अगर आपको शेयर मार्केट का ज्यादा ज्ञान नहीं है और आप इसमें इन्वेस्ट करने में दिलचस्पी रखते हैं तो शुरुआत में कम पैसे लगा के शेयर्स खरीदे फिर जैसे-जैसे आप शेयर मार्केट के बारे में अच्छे से जानने लगेंगे या आपको तजुर्बा होता जाएगा तब आप धीरे-धीरे इन्वेस्टमेंट को बढ़ा सकते हैं।

शेयर कहाँ पर खरीदे और बेचें?

कंपनियों के शेयर्स Stock exchange में लिस्टेड होती है यहीं से शेयर्स को खरीदने या बेचने का काम किया जाता है। आजकल मार्केट में जेरोधा, अपस्टॉक्स जैसे बहुत से स्टॉक मार्केट रिलेटेड मोबाइल ऐप्स आ गए हैं जिनकी मदद से आप घर बैठे ही शेयर्स की खरीदी-बिक्री बड़ी आसानी से कर सकते हैं। आपको कहीं जाने की जरूरत नहीं है।

भारत में कुल कितने शेयर बाजार है?

भारत में वर्तमान में SEBI द्वारा मान्यता प्राप्त कुल 23 स्टॉक एक्सचेंज मौजूद हैं। इनमें दो, Bombay stock exchange और Natinal stock exchange राष्ट्रीय स्तर के स्टॉक एक्सचेंज हैं। और बाकी 21 रीजनल लेवल के स्टॉक एक्सचेंज हैं।

शेयर कैसे खरीदें?

शेयर मार्केट से शेयर खरीदने के लिए एक Demat अकाउंट की आवश्यकता होती है। डीमेट अकाउंट के द्वारा ही स्टॉक मार्केट में इनेवस्टमेंट, ट्रेडिंग तथा अन्य एक्टिविटीज की जाती है। डीमेट अकाउंट आपके बैंक अकाउंट से लिंक होता है।

शेयर खरीदने के लिए आप नीचे बताए स्टेप्स को फॉलो कर सकते हैं:

स्टेप 1: एक ब्रोकरेज खाता/डीमेट अकाउंट खोलें.

स्टेप 2: आपके डीमेट अकाउंट में शेयर खरीदने हेतु फंड ट्रांसफर करें.

स्टेप 3: वह स्टॉक चुनें जिसे आप खरीदना चाहते हैं.

स्टेप 4: आपके ब्रोकर को शेयर खरीदने के लिए खरीदी ऑर्डर दें.

स्टेप 5: अपने निवेश पर नज़र बनाए रखें.

डीमेट अकाउंट क्या है?

जब भी शेयर मार्केट का जिक्र होता है तो एक नाम अक्सर सुनने को मिलता है और वह है डीमेट अकाउंट ।

आज के समय में आप बिना demat अकाउंट के शेयर मार्केट में इन्वेस्ट नहीं कर सकते।

demat अकाउंट एक बैंक अकाउंट की तरह ही होता है जिसमें आपके द्वारा खरीदे गए शेयर रखे जाते हैं। आपके द्वारा खरीदे गए शेयर आपके demat अकाउंट में जमा हो जाते हैं और जब आप शेयर बेचते हैं तो यह demat अकाउंट से debit हो जाते है।

डीमेट अकाउंट ओपन करना बहुत सरल है आपको बस अपनी कुछ बेसिक इनफॉर्मेशन और डॉक्यूमेंट्स जमा करनी है और आपका अकाउंट तुरंत ओपन हो जायेगा

आज कल डीमेट अकाउंट ओपन करने में किसी भी प्रकार का फीस/चार्ज नही लिया जाता है। जीरो चार्जेस के साथ ओपन हो जाता है।

Demat अकाउंट आप दो तरह से खोल सकते हैं पहला ब्रोकरेज कम्पनी के माध्यम से जोकि ऑनलाइन भी होता है, और दूसरा बैंक में भी आप demat अकाउंट खुलवा सकते हैं । अगर आप एक ब्रोकर या ब्रोकरेज कंपनी के माध्यम से demat अकाउंट खुलवाते हैं तो इसमें आपको आसानी होगी व कुछ फायदे भी होंगे क्योंकि demat अकाउंट ओपन करने वाली ब्रोकर कंपनी बहुत सारी अन्य कई प्रकार की सुविधाएं भी देती है।

शेयर मार्केट में क्रैश का मतलब क्या होता है?

शेयर मार्केट क्रैश का मतलब होता है स्टॉक एक्सचेंज में लिस्टेड कंपनियों के भाव में तेजी से गिरावट आना। किसी बड़ी विनाशकारी घटना या आर्थिक संकट अथवा कंपनी के बेकार प्रदर्शन और उसके भविष्य में नुकसान होने की आशंका आदि कारणों के परिणामस्वरूप शेयर बाजार में गिरावट आती है।

कई बार ऊपर बताए कारणों से इन्वेस्टर भयभीत हो जाते हैं और मार्केट से अपना पैसा निकालने लगते है, जिससे पैनिक सेलिंग को बढ़ावा मिलता है और शेयर्स कीमतों में भारी गिरावट आती है।

शेयर बाज़ार से जुड़े महत्वपूर्ण शब्द:

शेयर बाज़ार से जुड़े महत्वपूर्ण & बेसिक टर्म्स नीचे दिए गए हैं –

• Broker

• Mutual Fund

• IPO

• Demat Account

• Trading Account

• Bull

• Bear

• Sensex

• Nifty

• Nifty 50

• Dividend

• Marcket Crash

• Annual Report

• Bid Price

• Ask Price

• Bull Market

• Intra-Day Trading

• Trading Volume

• Market Capitalisation

• Liquidity

• Portfolio

• Intra-Day Trading

विश्व के प्रमुख शेयर बाजारों के नाम:

मार्केट कैपिटलाइजेशन के आधार पर नीचे विश्व के प्रमुख शेयर बाजारों के नाम दिए गए हैं –

• New York Stock Exchange, US

• NASDAQ, New York City, U.S.

• Shanghai Stock Exchange XSHG, China

• Euronext, Europe

• Japan Exchange Group, Japan

• Shenzhen Stock Exchange, China

• Hong Kong Stock Exchange , Hong Kong

• National Stock Exchange, India

• Saudi Stock Exchange, Saudi Arabia

• London Stock Exchange, United Kingdom

• Toronto Stock Exchange, Canada

• SIX Swiss Exchange, Switzerland

शेयर मार्केट कैसे सीखे?

शेयर मार्केट के बारे में अपनी समझ और ज्ञान को बढ़ाने के लिए आपको नीचे बताए गए टिप्स को फॉलो करना चाहिए:

• शेयर मार्केट से संबधित किताबें पढ़े

• शेयर मार्केट के बारे में अपना बेसिक्स क्लियर करें

• शेयर मार्केट से जुड़ी पत्रिकाएं पढ़े

• यूट्यूब पर मौजूद विडियोज से सीखें

• ऑनलाइन उपलब्ध शेयर मार्केट के बेस्ट कोर्स को करें

• फंडामेंटल और टेक्निकल एनालिसिस सीखें

• शेयर मार्केट से संबधित काम करके अनुभव लें

• इन्वेस्टिंग और ट्रेडिंग की प्रैक्टिस करें

शेयर मार्केट सीखने के लिए बेस्ट बुक कौन सी है?

शेयर मार्केट को समझने के लिए हमने बेस्ट बुक्स की लिस्ट दी है यदि आप शेयर मार्केट मे नए है और शेयर मार्केट के बारे मे आप सीखना चाहते हैं. तो नीचे दिए गए बुक्स को जरूर पढ़ें। इससे आपको Share Market Kya Hai जानने में सहायता प्राप्त होगी –

Best Stock Market Books in Hindi:

1. the intelligent investor

2. learn to earn

3. Value investing and behavioral finance

4. The psychology of money

5. The dhandho investor

6. ट्रेडनीति

7. The warren buffet way

8. रिच डैड गाइड टू इंवेस्टिनग

9. कैसे स्टॉक मार्केट मे निवेश करे

10. intraday ट्रेडिंग की पहचान


FAQs

प्रश्न: शेयर कैसे खरीदे जाते हैं?

उत्तर: शेयर खरीदने के लिए आपको एक ब्रोकरेज सर्विस का सहायता लेना पड़ेगा, जिसके माध्यम से आप शेयर्स खरीदोगे और शेयर खरीदने के बाद उसे स्टोर करने के लिए आपके पास एक डीमैट अकाउंट भी होना चाहिए।

प्रश्न: शेयर मार्केट क्या है हिंदी में?

उत्तर: शेयर मार्केट एक ऐसा प्लेटफार्म होता है जहां पर अलग अलग कंपनियों के शेयर खरीदे और बेचे जाते हैं।

प्रश्न: शेयर कब खरीदना चाहिए?

उत्तर: विश्व के सबसे सफल निवेशक वारेन बफेट के अनुसार आपको शेयर उस समय खरीदना चाहिए जब पूरा स्टॉक मार्केट डरा हुआ हो और शेयर उस समय बेचना चाहिए जब पूरा बाजार लालच से भरा हो।


नीचे पिन की गई वीडियो में Share market kya hai के बारे में काफी अच्छे से समझाया गया है। इसपर क्लिक करके इसे जरूर देखें 👇

© dhruv rathe


Final Words

उम्मीद है आपको हमारा ‘Share Market Kya Hai’ के ऊपर लेख पसंद आया होगा. हमने आपके लिए हमारे साइट पर इसी तरह के और भी अच्छे अच्छे लेख लिखे हैं, उन्हे भी पढ़ने का आनंद जरूर लें।

संबधित लेख:-

• निफ्टी 50 क्या है.

• सेंसेक्स क्या होता है.

इस लेख में आपने जाना:

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